
हिमाचल में स्कूली छात्रा की मौत का मामला, जहरीला प्रसाद थी मौत की वजह
ऊना,03 मार्च : शहर के वार्ड नंबर 5 में रहने वाली एक 17 वर्षीय स्कूली छात्रा की 21 नवंबर 2023 को रहस्यमय मौत मामले को लेकर पुलिस ने एक दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज किया है। शव का पोस्टमार्टम पीजीआई चंडीगढ़ में करवाया गया था, जबकि घर में बनाए प्रसाद को भी जांच के लिए लैब में भेजा गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ साथ प्रसाद की रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि उसे प्रसाद में जहरीला पदार्थ था। जिसके सेवन से छात्रा की मौत हो गई थी। कम मात्रा में प्रसाद का सेवन करने वाले बाजार में कई लोग बीमार भी हो गए थे।
20 नवंबर 2023 को शहर के वार्ड पंच निवासी वीरेंद्र सेठी पुत्र सुभाष चंद्र सेठी की माता ने धार्मिक अनुष्ठान के चलते चरी का प्रसाद बनाया था। ये चरी वो बाजार के एक दुकानदार विवेक कुमार की दुकान से लाई थी। अनुष्ठान के बाद लोगों ने थोड़ा-थोड़ा प्रसाद लिया,बाकी फ्रिज में रख दिया था। वीरेंद्र की दो बेटियां अंजलि और दिव्या ढाई बजे स्कूल से घर पहुंची,इसके बाद उन्होंने प्रसाद खाया।
वीरेंद्र ने बताया कि बड़ी बेटी अंजलि ने ज्यादा मात्रा में प्रसाद खाया,इसके बाद पढ़ने के लिए घर की ऊपरी मंजिल में चली गई। कुछ देर के बाद जब छोटी बेटी ऊपरी मंजिल में गई तो उसने बहन को गंभीर हालत में देखा। परिजनों ने एक निजी चिकित्सक को घर बुलाया,जिसने पाया कि वीरेंद्र की बेटी का ब्लड प्रेशर काफी हाई आ रहा था। जमा दो की छात्रा अंजलि की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई, जिसके बाद उसे क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया। जहां से पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया। पीजीआई में इलाज के दौरान अंजलि की मौत हो गई थी। चिकित्सकों ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। वीरेंद्र के घर में मौजूद प्रसाद को जांच के लिए लैबोरेट्री भेजा गया। जिसकी जांच में ये सामने आया है कि प्रसाद में जहरीला पदार्थ था,जिस वजह से बच्ची की मौत हुई।
बताया जा रहा है कि वीरेंद्र की चाची सविता देवी के घर भी धार्मिक अनुष्ठान के चलते इस दुकान से चरी खरीद का प्रसाद बनाया गया था, जिसे खाने से उनके परिवार में भी कई लोग बीमार हुए। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुटी है।